आइए अपने आईक्यू (IQ) का परीक्षण करें। Let's test your IQ

We provide content learning and education, Technology, Online free courses, Online earning, WhatsApp tips, Mobile tips and tricks, Digital marketing, Facebook ads, Google ads, How earn from Freelancing, Website creation, Website designed, Designed free Website, Domain, Hosting, Best Hosting plan, Learn how to make Money online, Government jobs and latest news to keep you always Updated.
वोडाफोन आइडिया द्वारा एक रणनीतिक निर्णय की घोषणा करने के लिए बुलाए गए एक वर्चुअल राउंडटेबल पर टेल्को ने भारी नुकसान और उच्च ऋण से दुखी होकर सोमवार सुबह अपने लिए एक नई ब्रांड पहचान शुरू की। शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि यह दो दूरसंचार ब्रांडों के सबसे बड़े एकीकरण का अंतिम चरण है। To see India Today News
31 अगस्त 2018 को वोडाफोन इंडिया का विलय आइडिया सेल्युलर के साथ हो गया, जिसमे वोडाफोन आइडिया लिमिटेड नाम की एक नई कंपनी का गठन किया गया। वर्तमान में वोडाफोन की 45.1% हिस्सेदारी है और आदित्य बिरला समूह की 26% हिस्सेदारी है। कुमार मंगलम बिरला अध्यक्ष के रूप में विलय की गई कंपनी के प्रमुख हैं2018 में ये दोनो कंपनी Vodafone Idea Limited में विलयन हो गई थी मगर अभी तक इनकी सारी चीजे अलग चल रही थी यह तक दोनों का अलग प्रचार, अलग शॉप,और अलग SIM कार्ड था सब कुछ अलग चल रहा था अब सबको मिला के एक अलग ब्रांड VI बना दिया गया है।
अब अगर आप Vodafone और Idea के पुराने वेबसाइट पर क्लिक करते हो तो वेबसाइट रेडिरेक्ट हो कर न्यू वेबसाइट VI पर आ जायेगी।
आज के तारीख में अगर आपके पास Vodafone और Idea का सिम है तो थोड़े दिनों में उसके अंदर नेटवर्क में भी VI लिखा आएगा इसके बाद जितनी भी नई सिम जारी होगी VI के नाम पर होगी अब सारे प्रचार भी VI के नाम पर देखने को मिलेंगे । अभी आप जो पुरानी सिम औऱ APP इतेमाल कर रहे हो तो उसको हटा के आपको VI APP इनस्टॉल करनी होगी और उसके बाद ही पोस्टपेड और प्रीपेड के रिचार्ज कर सकोगे।
इनको दो साल क्यों लग गए देखो जैसे JIO की एंट्री हुई थी Vodafone और Idea धीरे-धीरे खत्म होने लगे थे आज भी देखेंगे तो 40 करोड़ इनका उपयोगकर्ता थे जो धीरे-धीरे कम होते होते 28 करोड़ ही बच गए। इन्होने सब अच्छी तरह से सोचा तो था पर बीच मे AGR का इशू आ गया ।
AGR में हर कंपनी को पुराना बहोत सारा बकाया देना था और जो सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया था उस हिसाब से उनको एक-दो महिने में ही सारा बकाया देना था। Vodafone और Idea की बात करे तो इनको 58000 करोड़ रुपये देना था इनके पास इतने पैसे ही नही थे सुप्रीम कोर्ट में बहोत सारी सुनवाई चली और फाइनली सुप्रीम कोर्ट ने बोल दिया कि इकठ्ठे पैसे एक-दो महीने में मत दो। हम आपको 10 साल का समय देते है आप किश्त में दे देना अब इनके पास 10 साल का समय आ गया पैसे जमा करने के लिए। आप देखोगे तो 58000 करोड़ में से 8000 करोड़ दे चुके है और 50000 करोड़ बकाया है। 10 साल के हिसाब से देखेंगे तो 5000-5000 करोड़ हर साल देते रहेंगे । इसके हिसाब से इनको एक लाइफलाइन और ऑक्सीजन मिल गई। अपने बिज़नेस को बचाने के लिए। Click here to see सुप्रीम कोर्ट news
अभी एक न्यूज़ भी आई है कि Amazon और Verizon पैसे लगाने को तैयार है और आपने देखा होगा तो JIO ने फेसबुक, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट किसी कंपनी को नही छोड़ा। सब ने इतना सारा इन्वेस्टमेंट कर दिया कि JIO के पास कोई लोन ही नही बचा। जो भी पैसे उसके पास है वह खुद के है किसी को लोन नही चुकाना है। Click here to see company invested in JIO
अब Vodafone और Idea की बात करे तो इनके पास 1.2 लाख करोड़ का कर्ज है उसमें से भी 50000 करोड़ जो सरकार को देना है। इनके पास पैसे की बहोत परेशानी है और विलय करने के बाद investment लाने की प्लानिंग है। Amazon ने बोला है हम इनमे पैसे लगाएंगे और सारी चीजें करेंगे जैसे JIO ने JIO मार्ट से कर रहा है । Walmart भी कही ना कही Amazon से टक्कर कर रहा है हो सकता Amazon आगे चल कर Vodafone और Idea के नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपनी सारी सर्विसेज प्रोमोट करेंगे । एक तरफ से ये बोलेंगे की सारी कंपनी अलग-अलग प्रमोटर को पकड़ के अपना-अपना काम कर रही है यूजर के तरफ से देखे तो आज के तारीख में इंडिया में तीन ही कंपनी बची हुई है। VI, JIO, Airtel.
JIO का तो आपको पता ही है भरभर के इन्वेस्टमेंट ला रही है JIO अलग ही ECO-System में जा रहा है वे बोलना चाहते है कि हमारी ही APP से Chat, Video call, Shopping, Glossory Purchase करो सब कुछ हमारा होना चाहिए नेटवर्क से ले कर इंटरनेट तक. इंटरनेट से ले कर APP तक और APP से ले कर फ़ोन तक सब कुछ हमारा ही इतेमाल करो। पूरे घर मे जितनी भी चीजे हो वह JIO की हो । JIO एक दृष्टि के हिसाब से काम कर रहा है। वह एक Eco-System बनाना चाहता है। Vodafone, Idea और Airtel जो है अभी तक JIO से टक्कर ही कर रहे है। और रही बात BSNL, MTNL आपके घर पर नेटवर्क आता है जब तक ठीक है। इसमे कोई खोज (इनोवेशन) नही आ रही है। यह एक तरह से सरकारी कंपनी बन कर खत्म हो जाएगी। पर बंद तो नही होगी क्योंकि जितनी भी P.O. में आफिस है और जितनी भी सरकारी दफ्तर है। वहाँ पर इंटरनेट BSNL, MTNL का ही इतेमाल होता है। सरकार अपना सारा डेटा प्राइवेट कंपनी के इंटरनेट से थोडी ना एक्ससेस करेगी। इसीलिए BSNL, MTNL बची हुई है। आज के समय मे ये VI, JIO और Airtel जैसी सर्विस हमे नही दे पाएगी।
अगर Vodafone, Idea के पास इन्वेस्टमेंट आ जाती है तो यह फिर कॉम्पिटिशन क्रिएट कर सकती है। जो लग रहा है बाहर की कंपनियो से ला सकती है। अब देखते है ये तीनो कंपनी क्या चीजे यूजर को देती है।
आज के लिए बस इतना अगर आप चाहते है कि ऐसे पोस्ट आगे भी आये तो कृपया सब्सक्राइब, Like और शेयर करे जिससे हमें मोटिवेशन मिलेगा अगला पोस्ट करने में।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt or query and any suggestion to improve us. Please let me know. Thank you for your valuable time.